Lok Sabha Elections Result 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. 2019 के मुकाबले 2024 में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है. कांग्रेस को सबसे अधिक फायदा उन राज्यों में मिला है, जहां राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली गई थी. इनमें नॉर्थ ईस्ट के कई स्टेट शामिल हैं, यहां कांग्रेस ने बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया है. कांग्रेस की जीत का सक्सेस रेट 100 फीसदी रहा है.
अंग्रेजी वेबसाइट द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा नॉर्थ ईस्ट की सात लोकसभा सीटों में से छह से होकर गुजरी थी. यहां कांग्रेस ने छह सीटों पर जीत हासिल की. ये लोकसभा सीटें आंतरिक मणिपुर, बाहरी मणिपुर, नागालैंड, जोरहाट, नागांव और धुबरी है.
नॉर्थ ईस्ट में कांग्रेस ने चखा जीत का स्वाद
दरअसल, राहुल गांधी के नेतृत्व में इस साल की शुरूआत में भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली गई थी. कांग्रेस नेता ने 14 जनवरी से 16 मार्च तक 63 दिन तक ये यात्रा निकाली. इस दौरान राहुल ने पूर्वोत्तर के राज्यों को भी कवर किया. यहां कांग्रेस ने छह सीटों पर जीत का स्वाद चखा, जबकि मेघालय की तुरा लोकसभा सातवीं सीट है, जहां कांग्रेस ने जीत हासिल की. हालांकि, यहां से यात्रा तो नहीं गुजरी, लेकिन यह माना गया कि कांग्रेस की यात्रा का यहां भी असर पड़ा. और इस वजह से कांग्रेस को यहां जीत मिल पाई.
कहां से हुई थी यात्रा की शुरूआत?
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आगाज मणिपुर के कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के. मेघचंद्र सिंह के गृह जिले थौबल से हुआ था. इसके बाद ये यात्रा इंफाल ईस्ट और कांगपोकपी से होकर गुजरी. ये वहीं दो जिले हैं, जहां मैतेई और कुकी समुदायों के बीच चल रहे जातीय संघर्ष से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था.
कांग्रेस नेता ने बताई जीत की वजह
मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता निंगोमबाम बुपेंडा मीतेई ने द हिंदू को बताया, “मणिपुर और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में कांग्रेस के प्रदर्शन का पूरा क्रेडिट राहुल गांधी को जाता है, जिन्होंने यात्रा के रास्ते पर लोगों के साथ दिलों का जुड़ाव किया.”
असम में मिला कांग्रेस को फायदा
असम की नागांव लोकसभा सीट भी नॉर्थ ईस्ट के उन सीटों में शामिल है, जहां कांग्रेस का जादू चला है. दरअसल, राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम पहुंची थी तो नागांव लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने वाले बताद्रवा थान तीर्थस्थल में कांग्रेस नेता को एंट्री से रोक दिया गया. सीएम सरमा ने दावा किया था कि राहुल गांधी को रोका नहीं गया है, बल्कि अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक के दौरान बताद्रवा थान में न जाने को कहा गया क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती थी.
असम के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है तीर्थस्थल
बता दें कि असम के लोगों के लिए आध्यात्मिकता के मामले में यह मंदिर लगभग राम मंदिर के बराबर है. वैष्णव मठों की सर्वोच्च संस्था असम सत्र महासभा के एक नेता के मुताबिक, किसी भी शख्स को बताद्रवा थान के अंदर न आने देना श्रीमंत शंकरदेव की शिक्षाओं के खिलाफ है, जिन्होंने सभी धर्मों, जातियों और वर्गों के लोगों को गले लगाया था. क्योंकि उनके कुछ शिष्य मुस्लिम भी थे. 22 जनवरी 2024 को जो कुछ हुआ, उससे असम के लोगों का कोई लेना-देना नहीं है.
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