राजस्थान में नागौर जिले की खिंवसर सीट पर होने वाले पैमाने को लेकर स्केल पारा बढ़ा हुआ है।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल और कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री दिव्या मदेरणा के बीच जंगी जंग जारी है। दोनों अब एक-दूसरे पर अब व्यक्तिगत छींटाकशी पर उतर आए हैं।
हाल ही में कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव दिव्या मदेरणा पर हमला बोलते हुए नागाउर ने कहा, “दिव्या मदेरणा के बाप की जो सीडी आई थी, आज भी बच्चे थे 50-50, 60-60 मिनट के चेहरे देखते हैं। वो इधर-उधर -अरे डेयरी चल रही हैं, यहां तो रेस्टॉरेंट में डूबकर मर जाना चाहिए।”
कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव दिव्या मदेरणा ने यह बयान पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “क्या मुझे बताएं कि मुझे डुबकर मरना चाहिए। सार्वजनिक सभा में मेरे ही समाज के लिए चुना गया हूं एक न्यूनतम मेरे जन्मदिन की कामना कर रहा है, उन्हें बेहद दुख हो रहा है कि मैं कैसे जिंदा हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं पूरी ईमानदारी और श्रद्धा से ओसियां और राजस्थान के किसान वर्ग की हमेशा आवाज उठाता हूं, क्या यही मेरा गुनाह है? विकट आर्थिक स्थिति में भी मैंने हार नहीं मानी, मैं घर पर नहीं, मैंने मेहनत की और जनता से डायलॉग वॅल ने आयोजित किया और कारवां मैटी ने संघर्ष किया और यह संदेश दिया कि किसान वर्ग की बेतिया में भी प्रारंभिक राजनीतिक लड़ाई हो सकती है। मैं राजस्थान के हर किसान से पूछ रहा हूं कि मुझे क्या करना चाहिए?
असल में, यह लड़ाई तब शुरू हुई थी, जब दिव्या मदेरणा ने कहा था, “जो लोग दूसरे को जिताने का दावा करते थे, वो रात भर भर लोगों के हाथ जोड़ रहे थे।” इससे पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अल्पसंख्यक हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि उन्होंने ही दिव्या मदेरणा को जिताया था।
नागौर जिले की खिंवसर सीट पर हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल का दिव्या मदेरणा से कड़ा मुकाबला है। वहीं, बीजेपी नेता ज्योति मिर्धा ने दिव्या मदेरणा का समर्थन किया है.
प्रकाशित: 08 नवंबर 2024 11:59 पूर्वाह्न (IST)