चुकंदर में क्लैमाइडिया सिटासी नामक बैक्टीरिया पाया जाता है, जिसके बारे में मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में चेस्ट एंड टीबी विभाग के अध्यक्ष डॉ. संतोष मित्तल ने बताया है। डॉ. मित्तल के अनुसार, यह बैक्टीरिया हवा के माध्यम से मानव फेफड़ों में प्रवेश कर सकता है, जिससे सिटाकोसिस नामक संक्रमण हो सकता है। हाल ही में, इस बीमारी से संक्रमित रोगियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। संक्रमित पक्षी की बीट या पंखों के संपर्क में आने से होने वाला सिटाकोसिस कुछ खाद्य पदार्थों और वातावरण से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जागरूकता के महत्व को रेखांकित करता है। ऐसे स्वास्थ्य खतरों को प्रभावी ढंग से कम करने के लिए सतर्कता और उचित निवारक उपाय आवश्यक हैं।