महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: महाराष्ट्र के 288 जिलों में आज रविवार (20 नवंबर) को मतदान जारी है। इससे पहले राज्य की सांख्यिकी में आई उछाले-चित्र ने सभी का ध्यान खींचा। कांग्रेस और अन्य मठों में भाजपा और प्रधानमंत्री के मामले में ‘कैश फॉर वोट’ नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला है. मुख्य आरोप भाजपा नेता विनोद तावड़े पर है। आरोप लगाया गया है कि वो पैसे लेकर वोट खरीद रहे थे।
कांग्रेस और अन्य आर्केस्ट्रा लॉज का आरोप है कि तावड़े लेक को पैसे बाँट रहे थे, और इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है। कांग्रेस का कहना है कि यह इलेक्ट्रॉनिक्स इवेंट कमीशन के अधिकारियों पर भी सवाल उठाता है। मामले पर कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी को आड़े हाथ ले लिया है. इस पर राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह पैसा “जनता का है जिसे लुटेरे ने इस्तेमाल किया है।”
उन्होंने मोदी के ‘सैफ’ पर कटाक्ष करते हुए पूछा, “ये 5 करोड़ ‘सैफ’ से निकले हैं?” वहीं कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता इस काम का जवाब देवी के जरिए देगी. इसके अलावा सुप्रिया श्रीनेत ने इलेक्शन कमीशन पर शेल्स टूल्स पर आरोप लगाते हुए सवाल किया कि चुनावी प्रचार के बाद तावड़े विरार क्षेत्र में क्यों मौजूद थे।
मोदी जी, ये 5 करोड़ लोग सुरक्षित निकले हैं? जनता का पैसा लूटकर आपने टेम्पो में भेजा? https://t.co/Dl1CzndVvl
– राहुल गांधी (@RahulGandhi) 19 नवंबर 2024
बीजेपी का जवाब और पलटवार
बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने इन समर्थकों को निराधार बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस को “बचपने वाले बयान” के बदले दावे की जांच करनी चाहिए. उन्होंने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि वे होटल का एसआईटीए देखें और सबूत पेश करें। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित इंट्रेस्ट ने राहुल गांधी के रॉकेट को “उड़ते तीर” जैसा बताया।
चुनाव आयोग की भूमिका
चुनाव आयोग पर हस्ताक्षर करने का दबाव बढ़ रहा है। कांग्रेस ने मांग की है कि आयोग सक्रिय कार्रवाई करे और इस एपिसोड की जांच करें। वहीं इस एपिसोड का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के अविश्वास पर क्या असर होगा, यह मतदान के बाद ही स्पष्ट हो जाएगा। हालाँकि, इस मुद्दे ने झील के बीच हलचल पैदा कर दी है और हर पार्टी इसे हथियार बनाने की कोशिश कर रही है।