उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात को लेकर एक तरफ तमाम चर्चाएं चल रहीं थीं. इस मुलाकात को लेकर कई मायने निकाले जा रहे थे. लेकिन कल शाम होते-होते इस मुलाकात पर गज़ब का सस्पेंस खड़ा हो गया. क्योंकि कल शनिवार को जब ये बैठक गोरखपुर में होनी थीं. लेकिन दोनों की मुलाकात नहीं हो सकी.
इस मीटिंग की टाइमिग दो बार बदली गई. जहां पहले दोपहर और फिर शाम तक के लिए इस बैठक को स्थगित कर दिया गया. जो अब फाइनल नहीं हो पाई है. हालांकि, क्यों ऐसा सस्पेंस है. क्यों इस मुलाकात को लेकर अलग-अलग टाइमिंग के बावजूद ये मीटिंग नहीं हो पाई. इसकी कोई माकूल वजह या जवाब सामने नहीं आ पाया है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में बीजेपी के प्रदर्शन को देखते हुए सीएम योगी और मोहन भागवत की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है.
माना जा रहा है कि योगी और आरएसएस प्रमुख भागवत की मुलाकात में यूपी में बीजेपी के प्रदर्शन और यूपी में कामकाज को लेकर चर्चा हो सकती है. ऐसे में भागवत और योगी की मुलाकात काफी अहम है. खासतौर पर तब जब बीजेपी को लोकसभा चुनाव में इस तरह की हार का सामना करना पड़ा. कि बीजेपी महज 33 सीटों पर ही सिमट गई.
वहीं, संघ के मुख पत्र ऑर्गनाइजर में बीजेपी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की आलोचना भी हुई है. ऐसे में योगी आदित्यनाथ की मोहन भागवत से मुलाकात को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी हैं. क्योंकि, चुनाव के बीच योगी को लेकर शुरु हुई चर्चा वो अभी तक थमी नहीं हैं. कहा जा रहा है कि संघ प्रमुख बीजेपी हाई कमान को एक मैसेज दे सकता है. लेकिन जिस तरह से मुलाकात अधर पर लटकी हुई है. उससे भी कई तरह की चर्चाएं शुरु हो गई हैं.
ऐसे में यूपी में बीजेपी की करारी शिकस्त के बाद योगी आदित्यनाथ और मोहन भागवत की मुलाकात पर सबकी निगाहें टिकी हुई है. इस मुलाकात पर चर्चा इसलिए भी है कि बीजेपी की हार के बाद से संघ और बीजेपी के बीच अलग तरह की तल्खी देखने को मिल रही है. फिर चाहे संघ प्रमुख के बयान को देखें. या फिर संघ के नेता इंद्रेश कुमार का राम को लेकर बयान हो.
हालांकि, माना जा रहा है कि ये मुलाकात आज कभी भी हो सकती है. क्योंकि, यूपी के सीएम भी गोरखपुर में हैं और मोहन भागवत भी. भागवत 5 दिवसीय प्रवास पर गोरखपुर पहुंचे हैं. वो यहां चल रहे कार्यकर्ता कार्यक्रम में हिस्सा लेने बुधवार की शाम पहुंचे थे. यहां वो स्वयंसेवकों को उनकी कार्यकुशलता और संघ के लिए उपयोगी बनने का मंत्र दे रहे हैं.
दरअसल मोहन भागवत इन दिनों गोरखपुर में हैं. सूत्रों के मुताबिक यह मीटिंग “शिष्टाचार मुलाकात” है, क्योंकि आरएसएस प्रमुख संघ के एक कार्यक्रम के लिए सीएम योगी के निर्वाचन क्षेत्र में हैं. यह मुलाकात मुख्यमंत्री के गोरखनाथ मंदिर में दर्शन के बाद हो सकती है.
Published at : 16 Jun 2024 07:51 PM (IST)