लोकसभा चुनाव 2024 तो पूरे हो गए. नतीजा भी आ गए हैं. एनडीए ने सरकार बना ली, लेकिन इन सब के बीच उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की चर्चा होने लगी है. यह कोई सामान्य नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की सीट पर होगा.
कन्नौज से सांसद बनने के बाद अखिलेश यादव ने करहल सीट से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव को लेकर माहौल गर्म है. अब सवाल यह उठता है कि समाजवादी पार्टी करहल से किसको उम्मीदवार बनाती है, लोकसभा में जीत के रथ पर सवार अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के पास उम्मीदवारों की कोई कमी नहीं है. इन सब में सबसे बड़ा नाम तेज प्रताप यादव का सामने आ रहा है.
तेज प्रताप यादव को कन्नौज सीट से टिकट मिला था, लेकिन अखिलेश यादव उनका पत्ता काट खुद ही चुनाव में उतर गए. यानी कि डिंपल यादव की चुनावी कमान को संभालने वाले तेज प्रताप इस बार करहल से लड़ जायेंगे.
वहीं भारतीय जनता पार्टी में भी प्रत्याशी की खोज जोर शोर से होगी. करहल में पहली बार 2002 में सोबरन यादव बीजेपी के टिकट से यहां पर जीते थे. इसके बाद सोबरन यादव ने भाजपा छोड़ सपा का दामन थाम लिया, लेकिन 2022 में अखिलेश यादव खुद इस सीट से चुनाव लड़कर जीते.
ऐसे में अगर भारतीय जनता पार्टी इस सीट पर जीत दर्ज करना चाहती है तो उन्हें किसी यादव को ही टिकट देकर चुनाव में उतरना होगा. क्योंकि इस सीट पर सबसे ज्यादा जनसंख्या यादवों की है जो है 1,25,000 वही यहां पर शाक्य 35,000 है बघेल 30,000. यहां पर क्षत्रियों की संख्या 30,000 है दलित 22,000 तो वही मुस्लिम 8000.
करहल में ब्राह्मणों की संख्या 16,000 है लोधी 15,000 है वैद्य 15,000 है. अब देखना यह होगा की करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी किसको चुनाव में उतरती है और इसके बाद भारतीय जनता पार्टी का क्या दाव रहता है.
Published at : 14 Jun 2024 01:25 PM (IST)