सीआरपीएफ को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग की तैयारी की ताजा जानकारी सामने आई है, जहां केंद्रीय चुनाव आयोग ने चुनावी तैयारी को लेकर दो जिलों का दौरा किया है।
जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने धार्मिक राजनीतिक शास्त्र और चुनावी दस्तावेजों में योगदान देने वाली अलग-अलग विचारधाराओं के अधिकारियों से चुनाव कराने के लिए कितने बेहतर तरीके से छात्र-छात्राओं की तलाश की जा सकती है, इस पर चर्चा की गई है।
चुनाव आयोग से प्रमुख राजनीतिक मठाधीशों ने मांग की कि राशन की तारीखों का शुभारंभ दुर्गा पूजा, और छठ, ऐसे त्योहारों को ध्यान में रखा जाए। वहीं अधिकांश राजनीतिक दल चाहते हैं कि झारखंड का चुनाव एक चरण में ही हो। वहां झारखंड पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा समिति की भी स्थापना की गई है।
चुनाव आयोग इस बात पर भी गौर कर रहा है कि वोटिंग के दौरान होने वाली परेशानियों को कैसे कम किया जाए। विशेष रूप से विद्युत रोल में, जहां एक ही परिवार के सदस्यों के अलग-अलग स्थान पर नाम होते हैं।
मतदान में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम और रिजर्व ईवीएम की जानकारी को लेकर किसी भी तरह के भ्रम की स्थिति ना बने, लेकर भी तैयारी की जा रही है।
वास्तविक स्थिर आंकड़ों के अनुसार झारखंड में कुल 2 करोड़ 59 लाख है। इनमें से एक करोड़ 31 लाख पुरुष और एक करोड़ 28 लाख महिलाएं हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में 29,562 मतदान केंद्र बनाने की तैयारी की जा चुकी है। जो की 20,276 अलग-अलग जगह पर बनाये जायेंगे।
झारखंड में कुल 81 जिलों में 44 सामान्य, 7 और 28 भूकंपों के लिए मतदान होगा।
प्रकाशित समय : 24 सितम्बर 2024 06:14 PM (IST)