जम्मू कश्मीर चुनाव चरण 2 : जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तहत दूसरे चरण में 26 सितंबर को आज (25 सितंबर) मतदान होगा। इस दौरान करीब 25 लाख करोड़ 239 के भाग्य का फैसला होगा। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता नामांकन प्रमुख हैं।
26 उत्कृष्ट छह अलौकिक के अंतर्गत आते हैं। इनमें से तीन जिले के अंतर्गत हैं, जबकि तीन ही जिले के अंतर्गत हैं। एक अधिकारी ने बताया, ”सुकारू और पिल्ज़ा चुनाव के वास्ते निर्वाचन आयोग ने इस चरण में 3,502 मतदान केंद्र बनाए हैं।” इनमें से 1,056 शहरी क्षेत्र में जबकि 2,446 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित किए गए हैं।”
मोटेरेथ पंडितों के लिए खचाखच चॉकलेट
अधिकारियों ने कहा कि दूसरे चरण में मतदान केंद्र के चारों ओर एक बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा लगाया गया है।
15,500 से अधिक ईसा पूर्व में 24 वोटों की गिनती में जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में वोट डाले गए थे। 15 क्षेत्रों में अपने फ्रैंचाइज़ी का प्रयोग करेंगे।
राहत एवं आपूर्ति आयुक्त अरविंद करवानी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में चुनाव के लिए 15,500 से अधिक पार्टियो ने अपने वोटर्स के लिए 24 विशेष बूथ स्थापित किए हैं।
क्या खास है?
अधिकारियों ने बताया कि सभी मतदान आयोगों के तहत वेबकास्टिंग की सुविधा होगी के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स आयोग की स्थापना सुनिश्चित करने की कोशिश की जाएगी। एक अधिकारी ने बताया, ”मतदाताओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए दूसरे चरण के लिए 157 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।” इनमें से 26 ‘पिंक मतदान केंद्र’ हैं जो पूरी तरह से महिला मतदान केंद्र द्वारा संचालित हैं, 26 मतदान केंद्र विशेष रूप से लड़कियों द्वारा संचालित हैं, 26 मतदान केंद्र युवाओं द्वारा संचालित हैं, 31 सीमा मतदान केंद्र हैं, 26 हरित मतदान केंद्र हैं और 22 एकल मतदान केंद्र हैं। .” उन्होंने बताया कि मतदान सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक जारी रहेगा।
कौन-कौन प्रमुख उम्मीदवार?
दूसरे चरण में जिन प्रमुखों की किस्मत का फैसला शामिल है उनमें राष्ट्रीय पार्टी के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता रिज़ल्ट शामिल हैं। . अब्दुल्ला गांदरबल और बडगाम दो सीटों से चुनावी लड़ाई में हैं, जबकि कर्रा सेंट्रल शाल्टेंग से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। रेलवे राजौरी जिले के नौशेरा का प्रतिनिधित्व फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं जहां से वह 2014 में विजयी हुए थे।
कट्टरपंथियों के नेता अहमद वागे पर नजर
दूसरे चरण में जेल में बंद अलगाववादी नेता महासचिव अहमद वागे नी बरकती पर भी नज़र रहेगी जो इंजीनियर रशीद द्वारा नामांकित की गई जीत की जोड़ी को डबलने की उम्मीद कर रहे हैं। रशीद ने नेशनल कैंफ्रेस प्रतियोगी को हराया था। बरकती दो सीट बीरवाह और गांदरबल से चुनाव लड़ रहे हैं।
रशीद इंजीनियर के नाम से दिवंगत शेखर अब्दुल रशीद ने इस साल की शुरुआत में तिहाड़ जेल में रहकर बारुला सीट से संसदीय चुनाव लड़ा था और अपने दलबदलू राष्ट्रीय स्तर के नेता उमर अब्दुल्ला को दो लाख से अधिक बार पराजय से हराया था।
इस चरण में और जिन प्रमुखों की किस्मत दांव पर है,उनकी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी (चन्नपोरा), पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर (खानयार), अब्दुल रहीम राठर (चरार-ए-शरीफ), चौधरी अपनी पार्टी के अध्यक्ष जुल्फिकार अली (बुधल) और सईद मुश्ताक बुख़ारी (सूरनकोट) शामिल हैं। चौधरी जुल्फिकार अली और सईद मुश्ताक बुखारी इस बार बीजेपी के टिकट पर खराब चल रहे हैं।
पहले चरण में कितना मतदान?
जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए 18 सितंबर को पहले चरण के मतदान के दौरान 61.38 प्रतिशत वोटिंग ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। केंद्र शासित प्रदेश में तीसरे और अंतिम चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा। स्कूटर की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।
किन घटकों पर खंड?
आंकड़ों के अनुसार राजसी जिले में 93 उम्मीदवार, बड़गाम जिले में 46, राजसौरी जिले में 34, पुंछ जिले में 25, गांदरबल में 21 और रियासी जिले में 20 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कश्मीर के अधीनस्थ राज्य जिले में शाहबल, खानयार, हबकदाल, लाल चौक, चन्नापोरा, जादीबल, सेंट्रल शाल्टेंग और ईदगाह सीटें मौजूद हैं। बडगाम जिले के अंतर्गत बडगाम, बीरवाह, खानसाहिब, चरार ए.एस.आर.एफ. और चादुरा सीटें आती हैं। गांदरबल जिले में दो सिताएँ (सुरक्षित) और गांदरबल हैं।
जम्मू-कश्मीर के प्रधान मंत्री ने रियासी जिले के गुलाबगढ़ (सुरक्षित), रियासी, श्री माता वैष्णो देवी को वोट दिया; राजौरी जिले की कालाकोटे-सुंदरबनी, नौशेरा, राजौरी (सुरक्षित), पुंछ जिले की बुद्धल (सुरक्षित), थन्नामंडी (सुरक्षित), सुरनकोट (सुरक्षित), पुंछ हवेली और मेंढर (सुरक्षित) सीटें शामिल हैं।
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