जम्मू कश्मीर चुनाव 2024: जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 से पहले जिन भी सांसदों के नतीजे सामने आए, उन्होंने न सिर्फ केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) की जनता को झटका दिया, बल्कि राजनीतिक व्यवस्था को कुछ हद तक चौंका दिया। सर्वेक्षण के साक्ष्य से संकेत मिलता है कि वहां मौजूद पार्टी के इंडिया ब्लॉक (कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस इसी में) की सरकार आ सकती है। हालाँकि, यूटी के स्थानीय पत्रकार, पॉलिटिकल टिप्पणीकार और सेफकॉन्शिअन सर्वे से अन्य ही पैटर्न वाले लोग नजर आए। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से:
‘लोक पोल’ के मेगा प्री-पोल सर्वे के अनुसार, अगर जम्मू और कश्मीर में चुनाव हुआ तो पार्टी के इंडिया एलायंस (कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस आज भी शामिल) को 47-51 बजे, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी को 22 एस 25) पादरी, ओबामा फ्री के नेतृत्व वाली पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पी आईपी) को पांच से नौ और अन्य को 11 से अधिक लाभ हो सकते हैं। वोट शेयर की बात करें तो लोक पोल के सर्वे का अनुमान है कि जम्मू और कश्मीर में भारत ब्लॉक बीजेपी को 39-41%, बीजेपी को 26%-29%, पीडीपी को 16%-18% और अन्य को 11%-14% वोट मिल सकते हैं।
“एनसी के फारूक अब्दुल्ला आज भी लोगों की पसंद”
‘एशियन मेल’ के एसोसिएट इन चीफ रशीद राहिल ने समाचार एजेंसी एनी से कहा, ”राष्ट्रीय सम्मेलन के फारूक अब्दुल्ला को आज भी लोग आज भी पसंद करते हैं। वह जब भी बात करते हैं, दिल से बात करते हैं। शायद उमर अब्दुल्ला ने जब उन्होंने टोपी उतारी और कल नई कोशिश की, तब तक वह पहली बार राजनेता बने थे।
पत्रकार का बड़ा दावा- किसी को भी नहीं…
अंग्रेजी अखबार ‘दि टाइम्स ऑफ इंडिया’ के पत्रकार अहमद अली फैज ने एनी की स्मिता लाइट के साथ इस दौरान बताया, ”मौजूदा समय में कोई भी दल इस स्थिति में नहीं है कि वह खुद के दम पर यहां सरकार बना ले। तो बीजेपी को साथ रखो या फिर कांग्रेस के साथ जाओ।”
जम्मू और कश्मीर का ऐसा है विचारधारा सिद्धांत
जम्मू और कश्मीर में कुल 90 अतिथि हैं। वहां तीन चरणों में विधानसभा का चुनाव हो रहा है. पहले चरण में 24 राउंड में 18 सितंबर को, दूसरे चरण में 26 में 25 सितंबर को और तीसरे चरण में 40 में एक अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि आठ अक्टूबर, 2024 में नतीजे आएंगे।