एक औसत भारतीय आहार में, प्रति दिन लगभग 2000-2500 मिलीग्राम हल्दी का सेवन किया जाता है, जिसमें प्रतिदिन लगभग 60-100 मिलीग्राम करक्यूमिन शामिल होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, करक्यूमिन का स्वीकार्य सेवन शरीर के वजन के प्रति पाउंड 1.4 मिलीग्राम (0-3 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम) माना जाता है। यह जानकारी रोजमर्रा के भारतीय व्यंजनों में हल्दी की महत्वपूर्ण उपस्थिति और इसके सक्रिय यौगिक करक्यूमिन को रेखांकित करती है, जो इसके संभावित स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। वीडियो में भारत में हल्दी के व्यापक उपभोग के पीछे के कारणों के बारे में विस्तार से बताया गया है, साथ ही इसके सांस्कृतिक महत्व और करक्यूमिन के सेवन के संभावित स्वास्थ्य प्रभावों पर प्रकाश डाला गया है। यह आहार अभ्यास हल्दी को न केवल एक मसाले के रूप में बल्कि भारतीय पाक परंपराओं में एक पारंपरिक उपाय के रूप में भी एकीकृत करता है।