सत्तारूढ़ सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं (खासकर गरीबों के बड़े हिस्से के लिए मुफ्त राशन) ने बीजेपी के पक्ष में काम किया है.
अंग्रेजी अखबार ‘दि हिंदू’ की रिपोर्ट में छपे सर्वेक्षण के निष्कर्ष के हवाले से जानकारी दी गई कि गरीबों में 37% लोगों ने बीजेपी को वोट दिया, जबकि 21% ने कांग्रेस को चुना.
बीजेपी के सहयोगियों को गरीबों (छह फीसदी) से बहुत कम सपोर्ट हासिल हुआ. वैसे, इसकी तुलना में कांग्रेस के सहयोगियों को गरीबों से 14% वोट मिले.
ऐसे ही बीजेपी को निम्न वर्ग के लोगों से 35% वोट मिले, जो कांग्रेस को मिले वोटों से 13% ज्यादा हैं.
मध्यम वर्ग से मिले वोटों के मामले में बीजेपी ने कांग्रेस पर लगभग समान बढ़त बनाए रखी, जबकि पार्टी को उच्च वर्ग से सर्वाधिक वोट (41%) मिले.
रोचक बात है कि 2014 और 2019 के आम चुनावों में बीजेपी के समर्थन के संबंध में गरीबों और अमीरों के बीच का अंतर बहुत बड़ा था. यानी गरीबों और निम्न वर्ग के लोगों के बजाय अमीरों और मध्यम वर्ग ने बीजोपी को अधिक वोट दिया था.
साल 2014 के बाद से बीजेपी को गरीबों के वोटों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली है. यह हिस्सेदारी 2014 में 24% से बढ़कर 2024 में 37% हुई है.
चुनाव के बाद किए गए सर्वे के निष्कर्षों से जुड़े डेटा दर्शाता है कि कांग्रेस को समाज के आर्थिक रूप से निचले तबके से विशिष्ट अपील के बाद भी अतिरिक्त समर्थन नहीं मिला.
Published at : 11 Jun 2024 12:40 PM (IST)