बीजेपी नेता त्रिभुवन राम का बड़ा बयान आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है और साथ ही यह भी कहा है कि समाजवादी विचारधारा को भी मान्यता दी गई है. इसलिए पार्टी में बदलाव जरूरी है. बदलाव कुछ अच्छा ही होता है.
विधायक त्रिभुवन राम ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा का सबसे बड़ा हिस्सा भाजपा अपने साथ बनाए रखने में नाकाम रही है, इस पर विचार करने की जरूरत है। डेस हुई कंपनी की बैठक में यह कहा गया कि कैथोलिक का सम्मान होना चाहिए और शासन सत्ता में इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए।
त्रिभुवन राम ने कहा कि पार्टी में बदलाव बेहद जरूरी है. यदि आगे लाभ है तो बदलाव लाना चाहता हूँ। उन्होंने कहा कि 2022 और 2024 के चुनाव में अगर अंतर देखा जाए तो करीब 3.5 प्रतिशत वोट दिए गए थे. उन्होंने बीजेपी को वोट नहीं दिया. राष्ट्रीय गठबंधन एलायंस ने भी बनाया और इसका प्रभाव हमारे मजबूत जाति के मतदाताओं पर डाला।
यह भी देखने को मिला कि जो सबसे बड़ी जाति का वोट बैंक है जाटव, उसका वोट बैंक और दूसरी जाति का वोट बैंक भी कम देखने को मिला। वहीं, त्रिभुवन राम ने कहा कि किसी भी तरह का संबंध जनता के साथ नहीं था, लेकिन फिर भी त्रिभुवन राम ने कहा कि उन लोगों का रिश्ता जनता के साथ नहीं था।
वहीं अन्य सामान को लेकर लीडरों में पैनल की राय जा रही थी, साथ ही विधायक त्रिभुवन राम ने कहा कि हमारे क्षेत्र में हमें कोई परेशानी नहीं हुई है, बल्कि हम सभी के साथ बैठकें भी हो रही हैं। वहीं विचारधारा को लेकर उन्होंने कहा कि कुछ कार्यकर्ता हतोत्साहित थे और उनका सम्मान बेहद जरूरी है क्योंकि नीनी पार्टी है।
प्रकाशित समय : 17 जुलाई 2024 12:25 PM (IST)