लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार की जीत का सबसे कम अंतर 1,587 वोटों का था, जो सोशल मीडिया पर बताए गए ‘500’ या ‘1000’ के अंतर से कहीं ज़्यादा है. |
दावा क्या है?
2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद, सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने “500 से कम वोटों के अंतर से 30 सीटें” और “1,000 से कम वोटों के अंतर से 100 से ज़्यादा सीटें” जीती हैं. वायरल पोस्ट में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में हेरफेर या धांधली के आरोप लगाए गए, जिसकी जांच की मांग की गई है. वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां और यहां देखें.
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/व्हाट्सऐप /स्क्रीनशॉट)
भारत के चुनाव आयोग (ECI) के अनुसार, बीजेपी ने लोकसभा चुनावों में 543 में से 240 सीटें जीतीं, जिसके नतीजे जून 4, 2024 को घोषित किए गए थे. हालांकि, चुनाव आयोग के डेटा से पता चलता है कि वायरल दावा ग़लत है.
सच्चाई क्या है?
हमने भारत के चुनाव आयोग की वेबसाइट पर आधिकारिक डेटा का विश्लेषण किया और पाया कि बीजेपी के किसी भी उम्मीदवार ने 2024 के लोकसभा चुनाव में “500 से कम वोटों” या “1,000 से कम वोटों” के अंतर से जीत हासिल नहीं की, जैसा कि दावा किया गया है.
बीजेपी की जीत का सबसे कम अंतर ओडिशा के जाजपुर में रहा, जहां बीजेपी के रवींद्र नारायण बेहरा ने 1,587 वोटों के अंतर से लोकसभा सीट जीती. बेहरा ने 534,239 वोट प्राप्त किए और बीजू जनता दल (बीजेडी) की शर्मिष्ठा सेठी को हराया, जिन्हें 532,652 वोट मिले थे.
बीजेपी उम्मीदवार की दूसरी सबसे क़रीबी जीत राजस्थान के जयपुर ग्रामीण में हुई, जहां बीजेपी के राव राजेंद्र सिंह ने 1,615 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. राजेंद्र सिंह को 617,877 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक चोपड़ा को 616,262 वोट मिले.
इसी तरह, छत्तीसगढ़ के कांकेर लोकसभा सीट में, बीजेपी के भोजराज नाग ने 1,884 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. उन्होंने 597,624 वोटों के साथ कांग्रेस के बीरेश ठाकुर को हराया, जिन्हें 595,740 वोट मिले थे.
इसके अलावा, अन्य सभी बीजेपी उम्मीदवारों ने 2,000 से अधिक वोटों के अंतर से अपनी जीत हासिल की.
बीजेपी उम्मीदवार जिन्होंने 5,000 से कम वोटों के अंतर से अपनी सीट जीती. (सोर्स: चुनाव आयोग/स्क्रीनशॉट)
इसके अलावा, 2024 के लोकसभा चुनावों में हार-जीत का सबसे कम मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र में रहा, जहां बीजेपी का सहयोगी दल चुनाव लड़ रहा था. इस सीट पर शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र दत्ताराम वायकर ने 452,644 वोट हासिल किए थे और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अमोल गजानन कीर्तिकर को केवल 48 वोटों से हराया.
निर्णय
भारत के चुनाव आयोग के डेटा से साफ़ हो जाता है कि बीजेपी उम्मीदवार की जीत का सबसे छोटा अंतर 1,587 था, जो 1,000 या 500 से कम अंतर से जीत के दावों को ग़लत साबित करता है. आधिकारिक डेटा ऑनलाइन किए गए दावों का खंडन करता है.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है