उत्तर प्रदेश (यूपी) विधानसभा के उप-चुनाव से पहले आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के सांसद चंद्रशेखर आजाद बड़े पैमाने पर खेले जाने की जुगत में हैं।
भीम आर्मी चीफ के राजनीतिक दांव से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से कहीं अधिक समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस का सिरदर्द बढ़ सकता है।
चूंकि, यूपी में लोकसभा चुनाव 2024 में सपा-कांग्रेस ने गठजोड़ में शानदार प्रदर्शन किया है, इसलिए एएसपी ने अपनी रणनीति बदली है।
आजाद समाज पार्टी और चंद्र शेखर आजाद सपा-कांग्रेस खेमे की दबाव बढ़ाने के लिए दलित वोटबैंक के बाद अब मुसलमानों का मुद्दा उठाने लगे हैं।
चंद्रशेखर आजाद ने हाल ही में सपा के बड़े मुस्लिम नेता आजम खान के मुद्दों को छेड़ा। उन्होंने इसके अलावा ईद की नमाज का जिक्र भी किया।
मुसलमानों के मुद्दे को उठाने वाले एस्पी सांसद उनके बीच अपनी पैठ मजबूत करने के प्रयास कर रहे हैं। एक्सपोर्ट्स का फ़ायदा यह है कि यह फ़ायदेमंद हो सकता है।
चंद्रशेखर आजाद का ताजा राजनीतिक दांव अगर चल गया तो फिर सपा-कांग्रेस को मिलने वाला वोट आजाद समाज पार्टी की तरफ शिफ्ट हो सकता है।
प्रकाशित समय : 11 जुलाई 2024 10:02 AM (IST)