यूपी के कुछ गलियारों में ऐसी चर्चा थी कि यूपी क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष का पद दिया जाएगा।
रविवार को जब सपा ने माता प्रसाद पैंडेज़ के नाम का विमोचन किया तो यूसुफ़ यादव से जुड़ी अटकलों पर विराम लग गया।
अखिलेश यादव ने चाचा निर्मल यादव से पहले माता प्रसाद पैण्डल को क्यों चुना? इसके पीछे एक नहीं कई कारण हैं.
राजनीतिक विपक्ष की राय तो अंतिम समय में ब्राह्मण वोटर्स सपा ही नहीं बल्कि बीजेपी से भी नाराज माने जा रहे हैं।
ऐसे में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा के पास ब्राह्मण मतदाताओं को अपने पाले में लाने का शानदार मौका है।
अखिलेश यादव ने चर्च-परिचित अल्पमत अल्पमत (पीडीए) फॉर्मूले से किसी भी ब्राह्मण को चुना है।
ऊपर से माता प्रसाद मंडप में भव्य भगवान सिंह यादव के करीबी हैं। उन्हें यूपी की राजनीति में अनुभव भी हो रहा है.
यह भी कहा गया है कि अगर चाचा को चुना जाए तो नीतीश यादव पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगता है।
प्रकाशित समय : 29 जुलाई 2024 10:53 AM (IST)