हरियाणा चुनाव परिणाम 2024: हरियाणा चुनाव के नतीजे अब सभी के सामने हैं। फैक्ट्री से पहले कांग्रेस की जीत का दावा लगभग सभी एक्जिट पोल कर रहे थे, लेकिन फाइनल फैक्ट्री ने पूरा बदलाव कर दिया। बहुमत कांग्रेस के आंकड़ों को नहीं छू पाई और अब कांग्रेस की इस हार की कई वजहें बताई जा रही हैं। इनसे एक बड़ी वजह आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन न हो पाना भी बताया जा रहा है।
वो इसलिए क्योंकि अंतिम नतीजे आने के बाद चुनाव आयोग के आंकड़ों को देखें तो आधा प्रतिशत से ज्यादा ऐसे आंकड़े हैं, जहां पर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस का खेल पूरी तरह से तोड़ दिया। इन दावों पर कांग्रेस के हार के सबसे बड़े कारण आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रहे, जिसमें उम्मीदवार के बीजेपी की प्रतिस्पर्धा के सामने हार के हार से ज्यादा वोट मिले।
भले ही हरियाणा में आप ने खाता नहीं खोला हो, लेकिन जम्मू-कश्मीर में पार्टी ने 1 सीट ली है। इसपर जहां अरविंद केजरीवाल का कहना है कि जम्मू-कश्मीर पांचवा राज्य है, आम आदमी पार्टी का विधायक बना है। डोडा से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महराज आमिर ने भाजपा के हितों को हराया है।
AAP ने जिन कॉन्फ्रेंस पर कांग्रेस का खेल बनाया है, वो इस प्रकार है –
- असंध से कांग्रेस हारी 2306, जबकि आप को मिले 4290
- डबवाली 610 वोट से कांग्रेस हार गई, जबकि आप को मिले 6606 वोट
- उचाना कलां कांग्रेस की हार का सिलसिला 32 वोट मिले, जबकि आम आदमी पार्टी को 2495 वोट मिले
- रानियां में कांग्रेस को 4100 वोट मिले, जबकि आप को 4697 वोट मिले
- दादरी में कांग्रेस को 1957 वोट मिले, जबकि आप को करीब 1300 वोट मिले
- 28769 वोट में वोट मिले कांग्रेस से, जबकि आप को करीब 18000 वोट मिले
- कांग्रेस ने सीपीएम के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और 32714 वोट पड़े जबकि आप को 17000 से ज्यादा वोट मिले
- नारनौल में कांग्रेस को 17171 वोट मिले, जबकि आप को 6133 वोट मिले
आप का गठबंधन न होना कांग्रेस को भारी पड़ा
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस ने कुल 37 सीटों पर जीत हासिल की है। यानि बहुमत के आंकड़ों से 9% कम रही. अब ऐसे में उन आरोपों में कहा गया है कि जो आप के अलग-अलग चुनावी झगड़े की वजह से कांग्रेस को नहीं मिल पाया तो कांग्रेस बहुमत के बेहद करीब पहुंच गई है। साफ मतलब यह है कि कांग्रेस का आप के साथ गठबंधन हो सकता है, कांग्रेस पर बहुत भारी दबाव है।
मूलनिवासी के वोट प्रतिशत पर भी नजर डालें तो –
- बीजेपी का वोट प्रतिशत- 39.94
- कांग्रेस+ का वोट प्रतिशत- 39.31
- आप का वोट प्रतिशत- 1.79
ऐसे में अगर कांग्रेस और आप के वोटों का प्रतिशत मिला तो इन बीजेपी के वोटों का प्रतिशत करीब 1 प्रतिशत ज्यादा है.
तो इस तरह से कांग्रेस का खेल
तस्वीर बहुत साफ है. आम आदमी पार्टी भले ही हरियाणा में अपना खाता नहीं खोल पाई, लेकिन कांग्रेस की सरकार बनाने के खेल में पूरी तरह से कामयाब रही। ऐसा भी माना जा रहा है कि कांग्रेस ने आप से गठबंधन के लिए आखिरी वक्त तक हल्ला बोला, जिसका कारण आप कांग्रेस से बेहद नाराज होना था। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी ने 90 सीटों में से 1 सीट छोड़कर बाकी सभी रियायतें अपने उम्मीदवार के लिए छोड़ दीं और इस तरह कांग्रेस का खेल शुरू कर दिया।
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