यूपी उपचुनाव 2024: उत्तर प्रदेश में 54 जिलों के लिए नामांकन पत्र सोमवार (28 अक्टूबर) को जांच के दौरान खारिज कर दिया गया। चुनाव आयोग ने सोमवार को यह जानकारी दी।
चुनाव आयोग ने बताया कि 149 को अपना नामांकन पत्र दिया गया था, जिसमें से 54 को खारिज कर दिया गया था। इस प्रकार 95 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में हैं, नामांकन पत्र वैध पाये गये हैं।
किसकी प्रारंभिक तिथि पर कितने प्रतियोगी हुए रेस से बाहर?
नौ जिलों में मीरापुर विद्युत क्षेत्र (मुजफ्फरनगर जिले में) 22, फूलपुर (प्रयागराज) में सात, सीसा गांव (कानपुर), कुंदरकी (मुरादाबाद) और गाजियाबाद में पांच-पांच, मझवां (मिर्जापुर) में चार, करहल (मैनपुरी) ) तीन में, कटहरी (अंबेडकरनगर) में दो और खैर (सुरक्षित) टेलीकॉम क्षेत्र में एक उम्मीदवार का नामांकन खारिज कर दिया गया।
चुनाव आयोग ने 18 अक्टूबर को विधानसभाओं के लिए अधिसूचना जारी की थी। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है। चुनाव आयोग ने कोर्ट में अवकाश मामले की वजह से मिल्कीपुर (अयोध्या) को नौ चरणों में समाप्त करने की घोषणा की है। राज्य के नौ रेज़्यूमे 13 नवंबर को होने वाले हैं। 23 नवंबर को होगी फैजाबाद की गिनती.
यूपी मॉडल किस पर आधारित हैं?
इनमें शामिल हैं कटहरी (अंबेडकर नगर), करहल होने (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), ग़ाज़ियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसा मऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और मुरादाबाद ) शामिल हैं.
इनमें से सीसा माउज़ को बाकी बचे सामान के समान वर्ष के लिए छोड़ दिया गया चुनाव में शून्य चयन के कारण खाली हुए हैं. सीसा मॉस सीट के नेता और मुख्य विपक्षी दल के नेता अब्दुल्ला को एक आपराधिक मामले में सजा सुनाए जाने के कारण सीट खाली हो गई है।
कांग्रेस नहीं लड़ेगी विधानसभा
9 विधानसभाओं पर होने वाले विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन है, लेकिन सभी विधानसभाओं पर ही विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश होगा। कांग्रेस 5 की मांग कर रही थी, जिसे संसद् ने अस्वीकार कर दिया था। वहीं, बीजेपी ने एक सीट अटेच के सहयोगी दल आरएलडी को दी है। अन्य वेबसाइट पर बीजेपी मैदान में है।
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