जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024: जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर को पहले चरण की वोटिंग (वोटिंग) होगी। चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में मतदाताओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सुदूरवर्ती क्षेत्र में भी पुस्तकालय को जागरूक करने के सभी उपाय किये जा रहे हैं।
मंगलवार (10 सितंबर) को डोडा के धड़की गांव में कोलोराडो के जागरुकता के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। धडक़ी गांव में ये कार्यक्रम इसलिए खास था क्योंकि ये अपनी आबादी के गूंजे और बहरे होने के लिए जाना जाता है। धडक़ी को ‘शांत गांव’ (साइलेंट विलेज) के नाम से भी जाना जाता है। सांकेतिक भाषा (मूक भाषा) में संवाद होने की वजह से धड़की गांव की एक अलग सांस्कृतिक पहचान भी है।
क्या बोले अधिकारी?
रिसर्च ऑफिसर जॉन मोहम्मद हकीम ने न्यूज एजेंसी ए एनआइ से बातचीत में कार्यक्रम के संबंध में बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘इस मूक-बधिर गांव में हम लोग स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और नामांकित भागीदारी) के तहत कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। यहां रह रहे हैं 80 से ज्यादा लोग बोल और सुन नहीं सकते. इस क्षेत्र में तीन मतदान केंद्र हैं। यहां लोगों को वोट देने के तरीके के साथ-साथ चुनाव का महत्व भी बताया गया।’
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होगा चुनाव
चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव की घोषणा की है, जिसमें 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को मतदान होगा। चार अक्टूबर को स्कूटर की गिनती होगी। चुनाव आयोग के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में 90 मिलियन से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 42.6 मिलियन महिलाएं हैं। पहली बार वोट देने वाले यूथ चर्च की संख्या 3.71 लाख है। कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा हैं, अनुपात आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है।
पूरे जम्मू-कश्मीर में करीब 11,838 मतदान केंद्र बनाये जा रहे हैं। यह केंद्र कुल 9,169 स्थानों पर स्थित है। इन ग्रामीण इलाकों में 9,506 मतदान केंद्र बनेंगे। हर मतदान केन्द्र पर औसत 735 पदधारी हैं। जम्मू-कश्मीर में चुनाव आयोग ने इस बार 360 मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाने का निर्णय लिया है। जम्मू कश्मीर में कुल 90 पर्वतीय भाग हैं। इनमें से 74 जनरल, नौ एसटी और सात स्क्रैचिंग यूनिट हैं।
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