जन सूरज के संस्थापक और राजनीतिज्ञ रणनीतिकार ने वोट पदनाम दिए हैं, रैना आम चुनाव में बीजेप को नुकसान हुआ।
रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ब्रांड मोदी पर ओवरडिपेंडेंसी होने का पहला और सबसे अहम कारक बताया।
दूसरे फैक्टर का ज़िक्र करते हुए जन सूरज के संस्थापक पीके बोले कि बीजेपी ने ‘400 पार’ का अधूरा नारा दिया।
पीके के अनुसार, “विपक्ष ने बीजेपी के 400 पार नारे को पूरा किया। उसे संविधान-लोकतंत्र से जोड़ा गया।”
पैसिफिक टीनएजर ने तीसरे फैक्टर के बारे में कहा कि बीजेपी के कोर वोटर्स को भी मोदी की भाषा पसंद नहीं है।
पीके बोले कि मोदी के फैन को यह अच्छा नहीं लगा। वे लोग यह भी कहते हैं कि यह सबके मुँह से अच्छा नहीं लगता।
असल, चुनावी नाटक में मटन, मुजारा, मंगलसूत्र, मुस्लिम, मस्जिद, मदरसा जैसे शब्दों का रेली में इस्तेमाल हुआ था।
प्रकाशित समय : 09 सितम्बर 2024 03:04 PM (IST)