भारत की समृद्ध पाक विरासत मसालों और स्वादों के विविध उपयोग के माध्यम से मनाई जाती है, जिसमें चावल मुख्य प्रधान भोजन है। पूरे देश में, चावल को विभिन्न क्षेत्रीय व्यंजनों में बदला जाता है जो स्थानीय स्वाद और परंपराओं को प्रदर्शित करते हैं। उत्तरी राज्यों में अक्सर मलाईदार, मसाले से भरे चावल के व्यंजन परोसे जाते हैं, जबकि दक्षिणी क्षेत्रों में ताज़ी जड़ी-बूटियों और तीखी इमली के साथ मिश्रित चावल परोसे जाते हैं। पश्चिमी और पूर्वी राज्य अपने स्वयं के अनूठे स्पर्श जोड़ते हैं, जैसे कि गुजरात का मसालेदार चावल और बंगाल के सुगंधित चावल के व्यंजन। हैदराबादी बिरयानी से लेकर इमली चावल तक, ये विविधताएँ चावल की बहुमुखी प्रतिभा और भारत की खाद्य संस्कृति की जीवंत ताने-बाने को उजागर करती हैं।
1. बीसी बेले भाथ:
यह व्यंजन दक्षिण भारत में अपने मसालेदार और स्वादिष्ट चावल के लिए प्रसिद्ध है। इसे दाल, सब्ज़ियों, चावल और इमली के साथ पकाया जाता है। बीसी बेले भात को मसालों के साथ पकाया जाता है और इसमें बीसी बेले भात पाउडर नामक एक विशेष सामग्री डाली जाती है। इस व्यंजन की यह रहस्यमय सामग्री जीरा, धनिया और सूखी मिर्च से बनाई जाती है। यह लोकप्रिय दक्षिण भारतीय व्यंजन रायते के साथ खाया जाता है।
2. वंगी भट:
वांगी भात कर्नाटक का एक क्लासिक व्यंजन है, जिसमें चावल और बैंगन मुख्य सामग्री हैं। बैंगन को पहले मसालों के साथ पकाया जाता है और फिर चावल के साथ मिलाया जाता है। वांगी भात को अपना विशिष्ट स्वाद वांगी भात पाउडर से मिलता है, जिसमें नारियल और कुछ भुने हुए मसाले होते हैं। कर्नाटक का यह व्यंजन अचार और रायते के साथ परोसा और खाया जाता है।
3. हैदराबादी बिरयानी:
हैदराबाद अपनी हैदराबादी बिरयानी के लिए मशहूर है। यह बिरयानी लंबे बासमती चावल, मैरीनेट किए हुए मटन या चिकन का उपयोग करके बनाई जाती है। इस सुगंधित बिरयानी को केसर और इलायची के साथ परतों में दम विधि का उपयोग करके पकाया जाता है। हैदराबादी बिरयानी को कॉर्डिएंडर, पुदीना और कभी-कभी उबले अंडे से भी सजाया जाता है। यह त्यौहारों पर बहुत पसंद की जाती है और इसे रायता और मसालेदार सालन के साथ परोसा जाता है।
4. इमली चावल:
इमली चावल, जिसे ‘पुलियोदराई’ के नाम से भी जाना जाता है, दक्षिण भारत का एक तीखा चावल है जिसे इमली के पेस्ट और मसालों के मिश्रण से बनाया जाता है। इमली से इसमें खट्टापन आता है, जबकि सरसों, करी पत्ते और मूंगफली का तड़का इसे और भी स्वादिष्ट बनाता है। इसे अक्सर अकेले या रायते के साथ परोसा जाता है।
5. पझमकांजी:
पझमकांजी केरल का एक पारंपरिक व्यंजन है। यह खमीर उठे चावल से बनता है जिसे रात भर भिगोया जाता है। केरल का यह व्यंजन बेहद पौष्टिक माना जाता है। पझमकांजी को रात भर भिगोने से उसका खट्टा स्वाद मिलता है। इसे अक्सर मसालेदार अचार या भुने हुए नारियल जैसे कई तरह के साइड डिश के साथ परोसा जाता है।
6. वघारेलो भात:
वाघरेलो भात मसालेदार और स्वादिष्ट बचे हुए चावल से बनाया जाता है। इस गुजराती व्यंजन को तला जाता है और करी पत्ते, सरसों के पत्ते और कई अन्य मसालों से सजाया जाता है। भात में मिर्च पाउडर, हल्दी और जीरा मुख्य सामग्री के रूप में होता है जो इस व्यंजन को उसका स्वाद देता है। इसे अचार और रायते के साथ सबसे अच्छा खाया जाता है।
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