महाराष्ट्र चुनाव 2024: महाराष्ट्र में पिछले साल तक विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव के बाद राज्यों में चुनाव आयोग की घोषणा हो सकती है. इससे पहले राज्य की महायुति सरकार ने कुछ ऐसा किया था, जिससे महाराष्ट्र का पूरा गेम पलट सकता है।
झाँसी, महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने सोमवार (23 सितंबर) को ब्राह्मण और राजपूतों के आर्थिक रूप से दो अलग-अलग निगमों के गठन को मंजूरी दे दी। ब्राह्मण समुदाय के लिए ‘परशुराम आर्थिक विकास निगम’ और राजपूत समुदाय के लिए ‘वीर शिरोमणि साहित्यकार प्रताप आर्थिक विकास निगम’ का गठन किया गया है। सिद्धार्थ ने दोनों निगमों को 50-50 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी दी है।
ब्राह्मण और राजपूत वोटरों पर महायुति की नजर
इस कदम का उद्देश्य दोनों शेयरधारकों के सामने आने वाली वित्तीय योजनाओं का समाधान करना है। दोनों निगम ब्राह्मण और राजपूत गुट के गुटों के लोगों को कौशल विकास और अवसरों में आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे। सरकार के इस कदम के बाद माना जा रहा है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को चुनाव में फायदा हो सकता है.
पुणे एयरपोर्ट का नाम भी बदला गया
इसके अलावा, पुणे हवाई अड्डे का नाम मद्रा जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा जाएगा और महाराष्ट्र सरकार ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि पुणे हवाई अड्डे के नाम पर प्रस्ताव का प्रस्ताव नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने रखा था, जो पुणे से हैं।
केंद्रीय मंत्री नामांकित मंत्री ने भी नाम परिवर्तन का समर्थन किया, उन्होंने कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि इस प्रस्ताव को केंद्र का समर्थन मिले। पिछले महीने मोहोल ने हवाई हमले का नाम संत तुकाराम महाराज के नाम पर रखने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री शिंदे को दिया था।
आजिंक्य बचे को मिला जमीन का पट्टा
एनबीए ने खेल परिसर विकसित करने के लिए मुंबई के आउटलेट क्षेत्र में 2,000 वर्ग मीटर भूमि की कीमत पर लीज को भी मंजूरी दे दी।
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