हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के मंगलवार को नतीजे सामने आये। हरियाणा में जहां भाजपा जीत की हैट्रिक में सफल रही वहीं जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-एनसी गठबंधन ने परचम लहराया। 90 रिजॉर्ट वाले हरियाणा में बीजेपी ने 48 बढ़त हासिल की तो कांग्रेस के 37 पायदान में पहुंच गई. जहां जम्मू-कश्मीर की बात करें तो कांग्रेस-एनसी गठबंधन की जीत 49 पर पहुंच गई, जबकि बीजेपी को 29 पर बढ़त मिली। आइये जानते हैं हरियाणा और जम्मू कश्मीर जिले की 5 सबसे छोटी जीत के बारे में।
हरियाणा में इन रेज़्यूमे पर जीत का सबसे कम
-हरियाणा विधानसभा में सबसे कम रेगिस्तान से जीत दर्ज करने वाली जगह उचाना कलां विधानसभा में सबसे पहला स्थान है। यहां सेलेब्रिटी के दिग्गज अत्री ने 32 सीटों पर जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के ब्रिजेंद्र सिंह को हराया.
– डबवाली विधानसभा सीट पर दूसरा स्थान, यहां से आदित्य देवीलाल 610 की मौत से विस्थापित। उन्होंने प्रतियोगी कांग्रेस को हराया।
– तीसरी जगह आयरनरू विधानसभा सीट, यहां से कांग्रेस पार्टी के राजबीर फार्टिया ने 792 सीट के फायदे से जीत दर्ज की और बीजेपी के जय प्रकाश को हराया।
-चौथे स्थान पर स्थित है, यहां से कांग्रेस पार्टी के भारत रत्न बत्रा ने 1341 सीट के किनारे से जीत हासिल की। उन्होंने बीजेपी के मनीष कुमार ग्रोवर को हरा दिया.
– पांचवे स्थान की बात करें तो साढौरा विधानसभा सीट है। यहां से रेनू बाला 1699 में क्वार्टर के रिज्यूमे बनाए गए हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार बलवंत सिंह को करारी हार दी.
जम्मू कश्मीर में इन रेज़्यूमे पर जीत का सबसे कम
– जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सबसे कम आरक्षण से प्रवेश करने वाली पंचायत में त्राल विधानसभा सीट सबसे पहली जगह है। यहां से रफीक अहमद नाइक (पी डीपी) ने 460 पार्टी के गरीबों से कांग्रेस पार्टी के समर्थकों को हराया।
– दूसरा स्थान किश्तवाड़ विधानसभा सीट है। यहां से शगुन परिहार (बीजेपी) ने 521 सीटों पर जीत हासिल की है।
– पैटन रिज पर तीसरा स्थान है। यहां से रियाज 603 घाटी के रेगिस्तान से स्थित है।
– बांदीपोरा विधानसभा पर चौथा स्थान है। यहां से निज़ामुद्दीन भट (कांग्रेस) 811 आदिवासियों के कब्जे वाली सीट है।
– देवसर विधानसभा पर पांचवे स्थान है। यहां से पीरजादा बेकरी अहमद (एनसी) ने 840 की संख्या में पीआईपी सपोर्ट को हराया।